यूपी में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के फर्जी प्रमाणपत्र का धंधा जोरों पर चल रहा है। यूपी बोर्ड को ऐसी फर्जी संस्थाओं की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। यूपी बोर्ड की नाक के नीचे प्रयागराज में ही फर्जी बोर्ड चल रहे हैं लेकिन कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है। पिछले पांच महीनों में यूपी बोर्ड को जिन फर्जी संस्थाओं की शिकायत मिली है उनमें भारतीय शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश का नाम सबसे ऊपर है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम से मेल खाता फर्जी बोर्ड का नाम बनाकर संस्था हाईस्कूल एवं इंटर के अंकपत्र बांट रही है। माध्यमिक शिक्षा परिषद एलनगंज नाम से फर्जी संस्था भी चल रही है। इसने यूपी बोर्ड की वेबसाइट और फोन नंबर को अपने लेटर हेड पर लिख रखा है और स्वयं हाईस्कूल व इंटर के कोर्स संचालित करने का दावा कर रही है। केंद्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान दिल्ली के नाम से भी फर्जीवाड़ा हो रहा है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआईओएस) के नाम से मिलता हुआ नाम बनाकर शातिर प्रमाणपत्र जारी कर रहे हैं।
राजकीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान उत्तर प्रदेश लखनऊ के नाम से मार्च 2016 में जारी 10वीं का फर्जी प्रमाणपत्र बोर्ड के पास सत्यापन के लिए आया है। यह प्रमाणपत्र कपूरी पासवान नाम के छात्र को शहीद भगत सिंह इंटर महाविद्यालय सनी बसंतपुर सिवान से 10वीं की परीक्षा पास करने के नाम पर जारी दिखाया गया है। जबकि ऐसे किसी बोर्ड का कोई अस्तित्व ही नहीं है।