उत्तर प्रदेश के बिजनौर में अदालत के कोर्ट रूम में ही घुसकर मंगलवार को दिनदहाड़े हत्या के आरोपीकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरअसल,इस हत्याकांड के पीछे एक ऐसी कहानी है जिसमें एक बेटे ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए यह कदम उठा लिया। उसने कोर्ट रूम में केस की सुनवाई के दौरान ही पिता की हत्या के लिए जिम्मेदार शख्स को मौत के घाट उतार दिया।
- बहुजन समाज पार्टी (के नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की 28 मई 2019 को उन्हीं के दफ्तर में हत्या कर दी गई थी। बिजनौर के नजीबाबाद थाना क्षेत्र के गुरद्वारे के पास दिनदहाड़े बसपा नेता और प्रोपर्टी डीलर हाजी एहसान औरउसके भांजे शदाब की हत्या के बाद से ही गैंगवार शुरू होने की आशंका व्यक्त की गई थी।
लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी गिरीश चन्द की जीत की खुशी में मिठाई खिलाने के बहाने हमलावर दो डिब्बे लेकर एहसान के कार्यालय में अंदर घुसे थे।बदमाशों नेमिठाई के डब्बे से पिस्टल निकालकर उसपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। इस घटना में एहसान और उसके भांजे शादाब की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही एहसान का बेटा साहिल अपने पिता की हत्या का बदला लेने की योजना बना रहा था।
कोर्ट में पेशी के दौरान मिला बदला लेने का मौका
साहिल को पिता की मौत का बदला लेने का मौका उस समय मिला जब उसको पता चला कि शाहनवाज सुनवाई के लिए दिल्ली के तिहाड़ से आने वाला है। उसने पूरी तैयारी के साथ उस समय इस वारदात को अंजाम दिया जब उसके पिता के हत्यारोपियों शाहनवाज और जब्बार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से बिजनौर की सीजेएम कोर्ट लाया गया था। सुनवाई शुरू हुई तो वहां पर सीजेएम योगेश कुमार, दिल्ली पुलिस का जवान संजीव, कोर्ट मोहर्रिर (यूपी पुलिस का जवान) मनीष कुमार मौजूद थे। इसी बीच वहां तकरीबन 20 राउंड गोलियां चलीं। गोलियों की आवाज से वहां मौजूद लोग थर्रा उठे।
इस हत्याकांड में आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई जबकिजब्बार इन सबके बीच अपनी जान बचाकर कोर्ट से रूम से भाग निकला। सीजेएम योगेश कुमार इस घटना में बाल-बाल बच गए। इस वारदात के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, शाहनवाज और जब्बार दोनों का आपराधिक इतिहास है। शाहनवाज की गिनती मऊ से बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी के तौर पर भी होती थी। जब्बार के खिलाफ गंभीर धाराओं में नौ मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में जब्बार ने खुलासा किया था कि वह नजीबाबाद का डॉन बनने के साथ विधायक बनने की चाहत रखता था। इसी वजह से हाजी एहसान व उनके भांजे की हत्या कराकर दहशत फैलाना चाहता था।