नई दिल्ली.नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई राज्यों में प्रदर्शन जारी हैं। इस बीच, सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस प्रमोद कोहली और इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि इस कानून को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इससे किसी भी भारतीय नागरिक के अधिकारों का हनन नहीं होगा। उन्होंने यह बात सोमवार को 'नागरिकता कानून में संशोधन और इसका भारतीय समाज पर प्रभाव'विषय पर चर्चा के दौरान कही।
- पूर्व चीफ जस्टिस कोहली ने कहा कि सीएए के बारे में गलत सूचनाएं पहुंचाकर समाज के एक वर्ग को गुमराह किया जा रहा है। इस तरह के प्रदर्शन समाज के हित में नहीं हैं। कानून विरोधी प्रोपेगेंडा में कुछ राजनीतिक दल भी शामिल हो सकते हैं। प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है कि वेकिसके लिए विरोध कर रहे हैं। भारतीय समाज पर इस संशोधन का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए लोगों को गलतफहमियां दूर करने और कानून को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए आगे आना होगा। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज श्रीवास्तव ने कहा कि सीएए ऐसे लोगों के लिए मददगार साबित होगा, जिन्होंने प्रताड़ना की वजह से भारत में शरण ली है।