नई दिल्ली, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हालिया अत्याचारों को 'चिंताजनक और शर्मनाक बताते हुए सोमवार को कहा कि समस्या से निपटने के लिए सिर्फ विधेयक ले आना काफी नहीं है, सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लड़कियां जब बाहर जाती हैं तो आमतौर पर उन्हें सतर्क रहने और सूरज ढलने से पहले वापस आने के लिए कहा जाता है, लेकिन वक्त आ गया है
- उपराष्ट्रपति ने कहा कि हाल में सामाजिक भेदभाव या लैंगिक भेदभाव या लड़कियों के खिलाफ अत्याचारों की घटनाएं सच में चिंताजनक हैं। हमें मामले को प्रभावी तरीके से निपटना होगा, कानून लाना काफी नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं अक्सर कहता हूं कि हमारे देश में, जब भी कुछ होता है तो लोग कहते हैं विधेयक लाओ।