नोएडा के एसएसपी ने पांच आईपीएस व एक पीसीएस अधिकारी, कुछ नेताओं तथा मुख्य सचिव के कार्यालय में तैनात अधिकारी और पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी पर आरोप लगाते हुए एक गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। इसमें आरोपी बनाए गए पांचों आईपीएस अधिकारी भी सामने आ गए हैं
- यह गोपनीय रिपोर्ट उस दिन सार्वजनिक हुई, जिस दिन गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके सामने आने के समय को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इसको लेकर प्रदेश के आला अधिकारियों को शुक्रवार को सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। वहीं, विपक्ष ने भी इसे मुद्दा बनाकर बयानबाजी शुरू कर दी है।