लखनऊ.केंद्र के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल लखनऊ में नगर निगम क्षेत्रको साल पहले ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा मिल चुका है। वहीं, स्थानीयलोगों का दावा है कि उन्हें शौचालय मिले ही नहीं। वे आधार कार्ड दिखाकर प्रशासन से शौचालय की मांग कर रहे हैं। राजधानी के एकता नगर में 13 दिन पहले एक नाबालिग (11 साल) को मजबूरी में शौच के लिएबाहर जाना पड़ा। इसी दौरान लड़की से दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट 18 जनवरी को दर्ज की।
ओडीएफ के दावे पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सलाहकार जावेद अहमद का कहना है कि नगर निगम के करीब 20% हिस्से में स्वच्छ शौचालय की सुविधा नही है। इसमें ज्यादातर ऐसे इलाके है जहां गरीबों की बस्तियां है। जिनके लिए स्वच्छ शौचालय अभियान शुरू हुआ था। लेकिन कई गरीब बस्तियों में लोग हाथों में आधार कार्ड लेकर कह रहे हैं- हमें शौचालय नही मिला, मोहल्ले में सार्वजनिक शौचालय भी नही है। नगर निगम और पार्षद से कई बार मिलने और मांग करने के बाद भी किसी ने सुनवाई नही की।
लड़की के परिवार और स्थानीय लोग के मुताबिक, उनके पास शौचालय की सुविधा नहीं है, न तो घरों के लिए स्वच्छ शौचालय योजना का लाभ मिला न सार्वजनिक शौचालय बना। पीड़ित की बहन ने कहा- ‘‘हमारे घर में या घर के पास कोई सार्वजनिक शौचालय होता तो बहन से दुष्कर्म न होता।’’ मां ने बताया कि बेटी को खुले में शौच के लिए भेजना उनकी मजबूरी थी।