नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतनलाल हांगलू के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित सभी तरह की अनियमितताओं के लगे आरोपों की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए है। वहीं राष्ट्रपति के इस निर्देश के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आनन-फानन में यूजीसी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन की अगुवाई में पूरे मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। जिसे तत्काल जांच शुरु करने के निर्देश दिए गए है।
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बुधवार को ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रहे हांगलू का इस्तीफा मिलने के बाद उसे तुरंत राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेज दिया था। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। हांगलू पर वित्तीय अनियमितताओं सहित प्रशासनिक और शैक्षणिक गड़बडि़यों को लेकर भी गंभीर आरोप हैं। हालांकि इनमें सबसे गंभीर आरोप यौन उत्पीड़न का है। जिसे लेकर पिछले दिनों राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें तलब किया था। साथ ही इसे लेकर एक अंतरिम रिपोर्ट प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भी दी थी। माना जा रहा है कि इसके बाद हांगलू पर इस्तीफे को लेकर दबाव बढ़ा था।