उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रात ट्रक से टक्कर के बाद एसी बस आग लग गई। हादसे में 20 लोगों के जिंदा जलने की आंशका है। पुलिस के मुताबिक, बस में करीब 43 यात्री सवार थे। बचाए गए 25 में से 23 अस्पताल में भर्ती हैं। बस फर्रुखाबाद से जयपुर जा रही थी। हादसे के दौरान बस में सवार रामप्रकाश ने बमुश्किल खिड़की से कूदकर जान बचाई। हादसे की पूरी कहानी उन्हींकी जुबानी,
''मैं स्लीपर बस में नीचे की सीट पर बैठा हुआ था। जब ट्रक से टक्कर हुई थी उस समय बस की स्पीड 50-60 किमी/प्रति घंटा के आसपास रही होगी। अचानक तेज झटका लगा और बस में आग लगने के बाद लोग चिल्लाने लगे। मैं खिड़की के पास बैठा था, आग की लपटें देखते ही नीचे कूद गया। अगर थोड़ी भी देर हो जाती तो शायद मैं भी...। लोगों की चीखें सुनकर मेरा कलेजा कांप रहा था। कुछ यात्री दरवाजे और खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच बस में एक धमाका हुआ और आग तेजी से फैलने लगी। कुछ ही देर में दो औरधमाके हुए। बस पूरी तरह लपटों में घिर चुकी थी। इसके बाद किसी को बाहर आने का मौका नहीं मिला।''
कुछ यात्री बस के बाहर पहुंच गए थे। आसपास के कुछ लोग भी आ गए थे। वे बस में फंसे हुए यात्रियों को बचाना चाहते थे, लेकिन आग की भीषण लपटों को देखकर किसी की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। विस्फोट के बाद डर भी बढ़ गया था कि कहीं और विस्फोट न हो जाएं। बस के अंदर और बाहर खड़े यात्री सब चिल्ला रहे थे, लेकिन बाहर खड़े लोगों को कुछ सूझ ही नहीं रहा था कि क्या किया जाए। काफी देर बाद एक टैंकर आया, उसका पानी भी खत्म हो गया। इसके बाद पुलिस और कुछ अधिकारी आए जो हमें हॉस्पिटल लेकर गए। हालात ऐसे थे किपुलिस और बाकी लोग कुछ कर ही नहीं पाए।
यात्री रणसिंह ने बताया, ''बस में तेज धमाके के साथ आग लगी। मैं खिड़की के पास बैठा हुआ था, लेकिन इतना घबरा गया कि शीशा तक नहीं खोल पा रहा था। तभी आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। बस में अंधेरा था। चारों तरफ चीख-पुकार मची थी। मैं भी चिल्लाने लगा। यह देखकर गांव वालों ने खिड़की तोड़कर मुझे बाहर निकाला। जिंदगी में पहली बार इतना भयानक हादसा देखा है। यकीन नहीं होता कि मैं बच गया। एक अन्य यात्री पंछी ने बताया कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला। कुछ ही मिनटों में आग आगे से पीछे तक फैल गई।औरतें और बच्चे बाहर नहीं निकल सकेंएक चश्मदीद ने बताया- टक्कर के बाद ऐसा लगा कि बस का फ्यूल टैंक फट गया। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरी बस को चपेट में ले लिया। इसी दौरान एक बच्चा खिड़की की तरफ आ गया। बाहर खड़े लोगों ने चिल्लाकर उसे कूदने के लिए कहा। लेकिन वह बार-बार बस के अंदर फंसी मां की ओर इशारा कर रहा था। कुछ ही देर में वह मासूम भी आग की चपेट में आ गया।