नई दिल्ली, आइएएनएस। चीन के वुहान में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भारतीय वायु सेना के विमान को चीन द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। दरअसल, सेना अपने सी-17 विमान को भेजने वाली थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि़ चीन जानबूझकर मंजूरी देने में देरी कर रहा है। हालांकि, चीन अभी भी यह बोल रहा है कि उनकी तरफ से कोई देरी नहीं हुई है। वहीं, शुक्रवार को फ्लाइट को वुहान जाना था, लेकिन बेवजह मंजूरी नहीं दी गई।
भारत में चीन के दूतावास के प्रवक्ता ने रिपोर्टों पर कहा कि हम हमेशा चीन में भारतीयों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को बहुत महत्व देते हैं और भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए सहायता प्रदान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हुबेई में महामारी की स्थिति जटिल है और रोकथाम और नियंत्रण ने महत्वपूर्ण चरण में है। दो देशों के विभाग इस संबंध में बातचीत कर रहे हैं। चीन द्वारा उड़ान की अनुमति देने में जानबूझकर देरी करने जैसी कोई बात नहीं है।
शुक्रवार को ग्लोबमास्टर उड़ान नहीं भर सका क्योंकि इसे चीनी सरकार से मंजूरी नहीं मिल पाई थी। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और लोगों को कोरोनोवायरस के प्रकोप के कारण आई चुनौतियों का सामने करने के लिए एकजुटता के साथ सामना करने की बात कही। इतना ही नहीं भारत सरकार ने चीन को राहत सामग्री देने की पेशकश भी की थी। भारत सरकार ने तब इस प्रतिबद्धता को पूरा करने में राहत की आपूर्ति की।