नई दिल्ली , दिल्ली के रामलीला मैदान में सीएम अरविंद केजरीवाल की शपथ ग्रहण की तैयारियां अंतिम चरण में है। दिल्ली में ये अकेला ऐसा बड़ा मैदान है जहां पर हर पार्टी के बड़े नेता की रैली या अन्य कार्यक्रम होते रहते हैं। कांग्रेस हो या भाजपा, अन्ना का आंदोलन हो या सीएम का शपथ ग्रहण समारोह, ये मैदान ऐतिहासिक रहा है।
इस रामलीला मैदान का इतिहास काफी पुराना है। ये कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा है। कई आंदोलनों का गवाह भी रहा है। इस रामलीला मैदान में दशहरे के मौके पर रामलीला का मंचन होता है उसके बाद रावण दहन होता है।
दिल्ली का ये रामलीला मैदान अजमेरी गेट और तुर्कमान गेट के बीच 10 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस रामलीला मैदान में एक लाख लोग एक साथ खड़े हो सकते हैं पर पुलिस के मुताबिक यहां सिर्फ 25 से 30 हजार लोगों की क्षमता है। कहा जाता है कि इस मैदान को अंग्रेजों ने 1883 में ब्रिटिश सैनिकों के शिविर के लिए तैयार करवाया था।