नई दिल्ली.दिल्ली में चुनाव प्रचार गुरुवार को खत्म हो गया। अब नेता घर-घर जाकर वोटरों से संपर्क कर सकेंगे। 8 फरवरी को मतदान होगा। चुनाव की अधिसूचना 14 जनवरी को जारी हुई थी। इन 23 दिनों में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने प्रचार के जरिए अपना दम दिखाया।
भाजपा ने पार्टी के 100 दिग्गज नेताओं को प्रचार में लगाया। वैसे गृह मंत्री अमित शाह ने अधिसूचना से करीब 25 दिन पहले ही द्वारका में भारत वंदना पार्क के उद्घाटन से चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया था। इसके बाद वह प्रचार के आखिरी चरण तक जनसंपर्क करते रहे और रैलियां कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो रैलियां कीं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीन बड़े रोड शो किए। इसके अलावा रोज छोटी-छोटी संभाएं की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से एक भी रैली नहीं की। प्रचार के आखिरी चरण में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने चार-चार चुनावी रैलियां कीं।
भाजपा सूत्रों ने अंतिम चरण में कहा था कि पार्टी के दोनों सदनों के 370 सांसद दिल्ली में चुनाव प्रचार करेंगे। ये लोग संसद की कार्यवाही के बाद रोज रात विभिन्न क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए वोट मांगेंगे। यह पार्टी की नुक्कड़ सभाओं का हिस्सा होगा। भाजपा ने 23 दिन में 4500 नुक्कड़ सभाएं कीं। इससे देशभर से दिल्ली में आए सांसद जुड़ते भी गए। इसके पहले पार्टी ने 9 केंद्रीय मंत्रियों, 35 पदाधिकारियों, 6 मुख्यमंत्रियों, 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों, 8 सांसदों, 38 पूर्व मंत्री-सांसदों को प्रचार में लगाया।