नई दिल्ली. दिल्ली में केजरीवाल की आम आदमी पार्टीजीत की हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रही है। मंगलवार को आए नतीजों में भाजपा 10-12 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। जबकि 2015 की तरह इस बार भी कांग्रेस शून्य पर है। चुनावनतीजों पर कांग्रेस नेताअधीर रंजन चौधरी ने कहा किलोगों ने मन बना लिया था कि वे आप या भाजपा को वोट देंगे। यह चुनाव विकास के मुद्दे पर हुआ। यह ‘दैत्य और बौने’ के बीच की लड़ाई रही, जिसमें ‘बौना’जीत गया। प्रधानमंत्री से लेकर कार्यकर्ताओं तक पूरी सरकार चुनाव में झोंक दी गई थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले सोमवार रात हीभाजपा मुख्यालय में अमित शाह के पोस्टर लगाए गए। इनमें लिखा- 'विजय से हम अहंकारी नहीं होते और पराजय से हम निराश नहीं होते।' वहीं,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा किपरिणाम कुछ भी हो, राज्य प्रमुख होने के नाते मैं जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं। हालांकि, मतगणना शुरू होने से पहले उन्होंनेभाजपा के55 सीटें जीतने की उम्मीद जताई थी।
पश्चिमी दिल्ली के भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ''मैं जनादेश का सम्मान करता हूं। पिछले 22 साल से हमारी सरकार दिल्ली में नहीं बन पाई। हम जनता का विश्वास हासिल करने के लिए और प्रयास करेंगे। अगर चुनाव दिल्ली के विकास और शिक्षा के मॉडल पर हो रहा था तो शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया क्यों हार रहे हैं। दिल्ली में पिछले तीन महीने से लोगों को मुफ्त बिजली, पानी और बसों में यात्राएं कराई जा रही थीं। मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं। दिल्लीवासियों की आशाओं को पूरा किया जाए।''