कानपुर. लॉकडाउन के बाद अहमदाबाद में फंसे 1200 मजदूरों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन रविवार सुबह 9:10 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 9 पर पहुंची। स्टेशन पर उतरने के बाद मजदूरों के चेहरे खुशी से चमक उठे। प्लेटफार्म पर मौजूद मेडिकल टीम ने उनकी थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य परीक्षण किया। यह सभी मजदूर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के रहने वाले हैं। जिला प्रशासन सरकारी बसों से इन सभी मजदूरों को पहुंचाने का काम करेगा।
कोरोनावायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पूरे देश में 25 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। देशवासियों से अपील की गई थी कि जो जहां पर वहीं रहे। इस स्थिति में देश के विभिन्न राज्यों में काम करने वाले मजदूर फंस गए। लंबे समय से प्रवासी मजदूर परिजन यह मांग कर रहे थे कि अन्य जनपदों में फंसे लोगों को उनके घरों तक लाया जाए। इसके बाद गृह मंत्रालय ने प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया था।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन परअहमदाबाद से लौटे श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, फिर उन्हें क्वारैंटाइन किया गया।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पहुंची स्पेशल ट्रेन से उतरे मजदूरों ने सोशल डिस्टेंसिग का उदाहरण पेश किया। सभी मजदूर एक लाइन से ट्रेन से उतरे। इसके बाद वहां मौजूद पुलिस टीम को अपने नाम पते और मोबाइल नंबर नोट कराए। इसके बाद मेडिकल कैंप में सभी प्रवासी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। जनपद रवाना होने वाले मजदूरों के हाथों पर होम क्वारैंटाइन की मुहर लगाई गई। मजदूरों को उनके जनपदों तक पहुंचाने के लिए सरकारी बसों की व्यवस्था की गई है।
स्टेशन अधीक्षक आरपीएन त्रिवेदी ने बताया- साबरमती से कानपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गई है। इसमें यूपी के विभिन्न जिलों के मजदूर हैं, प्रशासन की तरफ से बसों की व्यवस्था की गई है। मेडिकल परीक्षण के बाद जो जिस जनपद का है उसे वहां भेजा जाएगा।